सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
सो गयी है सारी मंजिलें…
ओ सारी मंजिलें, सो गया है रस्ता।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
सो गयी है सारी मंजिलें…
ओ सारी मंजिलें, सो गया है रस्ता।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
रात आयी तो वो जिनके घर थे, वो घर को गए सो गए।
रात आयी तो हम जैसे आवारा फिर निकले, राहों में और खो गए।
रात आयी तो वो जिनके घर थे, वो घर को गए सो गए।
रात आयी तो हम जैसे आवारा फिर निकले, राहों में और खो गए।
इस गली, उस गली, इस नगर, उस नगर।
जाए भी तो कहाँ जाना चाहे अगर।
ओ सो गयी है सारी मंजिलें…
ओ सारी मंजिलें, सो गया है रस्ता।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
कुछ मेरी सुनो, कुछ अपनी कहो।
हो पास तो, ऐसे चुप ना रहो।
हम पास भी है, और दूर भी हैं।
आज़ाद भी है, मजबूर भी हैं।
क्यूँ प्यार का मौसम बीत गया?
क्यूँ हमसे ज़माना जीत गया?
हर घडी मेरा दिल ग़म के घेरे में हैं।
ज़िन्दगी दूर तक अब अँधेरे में हैं।
अँधेरे में हैं…, अँधेरे में हैं
ओ सो गयी हैं सारी मंजिलें…
ओ सारी मंजिलें, सो गया है रस्ता।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमां।