दिल से चाहने की मुझे सज़ा देते हो,
मैं रोता हूं और तुम मज़ा लेते हो…
तेरी शिकायत कर दूं, तुझको गले लगा कर।
तेरी शिकायत कर दूं, तुझको गले लगा कर।
तेरी गलतियों को फिरसे, जाऊं तुझको समझा कर।
मैं जा रहा हूं दूर, तुम ना आवाज दोगी क्या?
मैं जा रहा हूं दूर, तुम ना आवाज दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तुने जिस तरह से लुटा, आहट भी ना होने दी।
हा…
तुने जिस तरह से लूटा, आहट भी ना होने दी।
मुझे अपना नशा कराया, और आदत भी ना होने दी।
मुझे अपना नशा कराया, और आदत भी ना होने दी।
कितना लूटा है तुमने, तुम हिसाब दोगी क्या?
कितना लूटा है तुमने, तुम हिसाब दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
कैसे छोड़ू मैं तुमको, तुम जवाब दोगी क्या?
कैसे छोड़ू मैं तुमको, तुम जवाब दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
हां…
कितने खंजर पीठ पे मेरी, गिन कर तो बताओ।
ध्यान से गिन ना बेवफा, कहीं गिनती ना भूल जाओ।
देखना है गम को तुम, मेरे दिल के अंदर आओ।
चौक ना मत जब अंदर तुम, अपनी तस्वीर पाओ।
जला दूं जो तसवीर तेरी, उदास होगी क्या?
जला दूं जो तसवीर तेरी, उदास होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूं, नाराज़ होगी क्या?
कहानी बुरी नहीं थी इश्क की मेरे,
बस तेरे जैसे कुछ किरदार,
दोखेबाज़ निकले…।